मंगलवार, 8 जुलाई 2008

शाम के बाद जाम :- (उड़नतश्तरी) की फ़रमाइश पर

वो ख़रामा चाल आए, शाम हो जाने के बाद !

क़त्ल हो बैठा, नज़र का जाम हो जाने के बाद !!

और क्या क्या हो गया, क्या कीजियेगा पूछकर ?

आम हो जाता है जल्वा, काम हो जाने के बाद !!

-बवाल

3 टिप्‍पणियां:

अमिताभ मीत ने कहा…

Ekdum bavaal.

Udan Tashtari ने कहा…

वाह वाह!! बवाल..क्या सरे आम जल्वा दिखाया. बहुत खूब.

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

कल 13/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!