अब तक सलीब पर तो, मिलती रही सज़ाएँ !
पर अब सलीब से ही, महकीं हैं ये फ़ज़ाएँ !!
अच्छा शेर है। सस्नेह
शेर बड़ा जोरदार लगा . बधाई
बेहतरीन.
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3 टिप्पणियां:
अच्छा शेर है। सस्नेह
शेर बड़ा जोरदार लगा . बधाई
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